








माँ जैसी ममता, देवी जैसा स्पर्श — डॉ. सुषमा सूद

कभी-कभी भगवान खुद धरती पर नहीं उतरते, लेकिन वे कुछ इंसानों को ऐसा आशीर्वाद देते हैं कि वे भगवान के समान बन जाते हैं। डॉ. सुषमा सूद का जीवन ऐसा ही एक उदाहरण है — सेवा, करुणा और समर्पण की जीवित प्रतिमा, जिनके हाथों ने न जाने कितनी जिंदगियों को जन्म दिया, संजोया और संवार दिया।
पिछले पांच दशकों से अधिक समय तक उन्होंने स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में जो योगदान दिया है, वह केवल चिकित्सा नहीं बल्कि मां की ममता का दूसरा रूप है। जब कोई मां संतान के लिए तरसती थी और सारे रास्ते बंद नजर आते थे, तब डॉ. सुषमा सूद ने चुपचाप चमत्कार कर दिखाया। जब डॉक्टर जवाब दे देते थे, तब उनकी नर्म मुस्कान और मजबूत ज्ञान ने जीवन को नया रास्ता दिया।![]()
उनके हाथों जन्में बच्चे आज सिर्फ जीवित नहीं हैं — वे दुनिया के अलग-अलग कोनों में अपना और अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
डॉ. आरव मेहरा, जो आज न्यूयॉर्क के सबसे प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन हैं,
श्रुति कपूर, जो दिल्ली में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के रूप में देश की सेवा कर रही हैं,
अद्विक राणा, जो कनाडा के टोरंटो में डेटा विज्ञान में नई ऊँचाइयों को छू रहे हैं,
डॉ. रिया माथुर, जो ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के स्वास्थ्य की प्रहरी बनी हुई हैं,
विवान खन्ना, जो लंदन में मानवाधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं,
कव्या ठाकुर, जो जर्मनी में अंतरिक्ष अभियानों में अग्रणी इंजीनियर हैं,
और समरजीत चड्ढा, जो सिंगापुर की यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं।
इन सभी के जीवन की शुरुआत डॉ. सुषमा सूद के पवित्र स्पर्श से हुई। उनकी ममता में विज्ञान की शक्ति और देवी जैसी करुणा का मेल है।![]()
उनके जीवन साथी डॉ. गम्भीर सूद, एक प्रतिष्ठित एनेस्थेटिस्ट रहे हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने भी अनेकों जीवन रक्षाएँ कीं, और आज भी सेवानिवृत्ति के वर्षों बाद लोग उन्हें सम्मान और श्रद्धा से याद करते हैं। इस परिवार की पहचान ही सेवा और सच्चाई है।
इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं उनके पुत्र डॉ. अनुंभव सूद और पुत्रवधू डॉ. स्वाति कटोच सूद, जो आज Dental Radiance Hospital, Palampur के नाम से पूरे हिमाचल प्रदेश में दंत चिकित्सा की दुनिया में क्रांति ला रहे हैं। उन्होंने करोड़ों के आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित एक ऐसा अस्पताल खड़ा किया है, जहां मरीजों को महानगरों जैसी सुविधाएँ मिल रही हैं—वह भी आत्मीय व्यवहार और किफायती दरों के साथ।
वे न केवल पेनलेस और सक्सेसफुल सर्जरी कर रहे हैं, बल्कि लोगों में दंत स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी ला रहे हैं — ऐसा कार्य जो छोटे शहरों में करना कभी सपना माना जाता था।
यह परिवार केवल डॉक्टर नहीं है, बल्कि हर घर की खुशियों का आधार है। उनकी सेवा एक तपस्या है, और हर मुस्कुराता चेहरा उनके जीवन की सबसे बड़ी पूजा।
डॉ. सुषमा सूद, आप केवल डॉक्टर नहीं, जीवनदायिनी हैं। आपको नमन है।






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